रायपुर। देश के कई हिस्सों में नक्सलियों की मूवमेंट देखी जा सकती है और उनसे निपटने कई राज्यों की पुलिस संयुक्त अभियान भी चलाती हैं। सबसे ज्यादा नक्सलियों से प्रभावित है छत्तीसगढ़। अब छत्तीसगढ़ पुलिस अपने को और मजबूत करने रुस में बने हथियारों से लैस होगी और नक्सलियों की गतिविधियों का मुंहतोड़ जवाब दे सकेगी। छत्तीसगढ़ पुलिस नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने एक योजना बना रही है। इस योजना के तहत स्नाइपर राइफलें, नाइट विजन डिवाइस और इलेक्ट्रॉनिक फायरिंग वेपन सिम्युलेटर (बेसिक) खरीदेगी। इन हथियारों में 60 सायलेंसर वाली एके-47 के अलावा नाइट विजन डिवाइस, इलेक्ट्रोनिक फायरिंग वेपन और टेलीस्कोप डिवाइस शामिल हैं। 
इस बार केंद्र सरकार ने रूस के साथ समझौता किया है। हाल ही में हथियारों की खरीदी के लिए टेंडर निकाला गया है। इससे पहले भी टेंडर निकाला गया था, जो किन्हीं कारणों से रद्द हो गया था। 60 सायलेंसर वाली एके-47 खासियत यह है कि इसकी गोली बेहद साइलेंट तरीके से चलती है। यह एक सेकेंड में 10 और एक मिनट में 600 गोलियां फायर करती है। और इसकी रेंज 700 मीटर तक है।
स्नाइपर राइफलें का वर्तमान में, सेना और विशेष बल इन राइफलों का उपयोग करते हैं। पुलिस को इन राइफलों का उपयोग करने के लिए विशेष प्रशिक्षण की जरुरत होगी। नाइट विजन डिवाइस पुलिस को अंधेरे में भी दुश्मनों को देखने में मदद करेंगे। सेना वर्तमान में सीमा पर इन उपकरणों का इस्तेमाल करती है। इनके इस्तेलाम करने के लिए विशेष प्रशिक्षण की दिया जाता है। छत्तीसगढ़ पुलिस दो प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक राइफलें खरीदेगी। इस योजना से छत्तीसगढ़ पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में इस्तेमाल कर सकेंगी।
बताया जा रहा है दो महीने के अंदर ये हथियार छत्तीसगढ़ के सशस्त्र बलों को दिए जाएंगे। हथियार खरीदने के लिए टेंडर जारी किया गया है। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद एक गंभीर समस्या है। नक्सली अक्सर घात लगाकर हमला करते हैं और पुलिस को निशाना बनाते हैं। आधुनिक हथियार पुलिस को नक्सलियों का बेहतर तरीके से निपटने में मदद करेंगे।