पिछले तीन दिनों से चल रहे लू के थेपेड़ों ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। लू का असर ऐसा है कि लोग हीट स्ट्रोक का शिकार हो रहे हैं। तेज बुखार, सिर में दर्द, उल्टी, कमजोरी वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हर दिन ओपीडी में आने वाले 10 फीसदी मरीजों को इमरजेंसी में भर्ती करना पड़ रहा है।

जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ. ने बताया कि गर्मी की वजह से शरीर में सोडियम की कमी मरीजों को ज्यादा परेशान कर रही है। मरीजों के शरीर के अंदर पानी की कमी हो जा रही है, जो उन्हें शारीरिक रूप से कमजोर कर दे रहा है।

इस बात को मरीज समझ नहीं पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें अधिक से अधिक पानी पीना है। खाना कम कर देना है। ग्लूकोज अगर पीते हैं, तो शरीर को ज्यादा फायदा है। ओपीडी की हालत ऐसी है कि 90 फीसदी मरीज उल्टी, दस्त और कमजोरी की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं।

जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अरविंद उपाध्याय ने बताया कि गर्मी की वजह से बच्चे खाना बंद कर दे रहे हैं, इसकी वजह से उन्हें कमजोरी हो रही है। उस पर पानी की कमी से उन्हें और भी दिक्कतें आ रही है। ऐसे मरीज डायरिया और उल्टी के शिकार होकर इमरजेंसी में पहुंच रहे हैं। हालांकि, राहत की बात यह है कि अब तक किसी बच्चे की स्थिति ज्यादा गंभीर नहीं हुई है।

पानी अधिक से अधिक पीएं। खाने की जगह तरल पेय का सेवन ज्यादा करें। फ्रूट जूस और ओआरएस का सेवन ज्यादा करें। फलों में खीरा, तरबूज और अनार का सेवन करें। गर्मी में ज्यादा समय तक रहने से बचें। धूप में निकलने से बचें। ठंडे तापमान में रहें। कॉटन के कपड़े पहनें।