ललितपुर । बीते कई वर्षो से बिगड़ते पर्यावरण असंतुलन के कारण बुन्देलखण्ड क्षेत्र में बेमौसम बारिश से किसानों को आर्थिक रूप से लगातार कमजोर कर दिया है। फसलों की कटाई के समय बेमौसम बारिश और तूफान के चलते किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें है। रवि की फसलों इन दिनों पकने के बाद और कटने को पूरी तरह तैयार हो रही है और कुछ फसलें कट भी चुकी है। क्षेत्र के अधिकांश किसानों की फसलों की कटाई का कार्य शुरू हो गया है तथा कुछ किसानों की फसलें पक चुकी हैं। मगर बीते एक सप्ताह पूर्व चली तेज हवाओं ने गेहूं, सरसों की फसलों को पूरी तरह बिछा दिया था। इसके बाद किसानों ने किसी तरह फसलों की कटाई का कार्य शुरू किया था। इसके बाद पिछ्ले कई दिनों से चली तेज हवाओं और हल्की बूंदा-बांदी ने किसानों को बर्बादी के मुहाने पर लगा दिया। यदि इसी तरह बेमौसम बारिश और हवाओं का रूख जारी रहा तो किसानों की फसले पूरी तरह बर्बाद हो जाऐगी। इस खराब मौसम में दलहनी फसलों को खासा नुकसान हो सकता है , यदि खराब मौसम रहा और बारिश भी होती रही तो फिर किसानों को एक बार फिर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।