नई दिल्ली । आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की सदस्य आशिमा गोयल ने कहा कि युवा आयु वर्ग में बेरोजगारी सबसे अधिक है, लेकिन यह अस्थायी है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि भारतीय युवा कौशल हासिल करने और उद्यम शुरू करने में अधिक समय लगाते हैं। गोयल ने कहा कि मजबूत वृद्धि के साथ देश में रोजगार सृजन में लगातार सुधार हो रहा है। अधिक योग्य लोगों में युवा बेरोजगारी अधिक है, लेकिन वे अधिक वेतन भी कमाते हैं। इसलिए युवा कौशल हासिल करने और नौकरी की तलाश में अधिक समय बिता रहे हैं। गोयल हाल ही में अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) की रिपोर्ट पर एक सवाल का जवाब दे रही थीं। इस रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में भारत की कुल बेरोजगार आबादी में बेरोजगार युवाओं की हिस्सेदारी लगभग 83 प्रतिशत थी। उन्होंने कहा ‎कि युवा आयु वर्ग इंतजार के दौरान अनौपचारिक काम करते हैं या उद्यमिता में जोखिम उठाते हैं, जहां बहुत अच्छा करते हैं। गोयल ने बताया कि आईएलओ की रिपोर्ट यह भी दर्शाती है कि हाल की अवधि में युवा बेरोजगारी में कमी आई है। बेहतर स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, बीमा, शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण सुविधाओं के माध्यम से युवाओं के लिए अवसरों को बढ़ाया जा सकता है, न कि स्थायी सरकारी नौकरियां देकर, जो सुरक्षा प्रदान करती हैं और साथ ही ठहराव भी।