नई दिल्ली। Vitamin Deficiency: हर इंसान को स्वस्थ्य रहने के लिए जरूरी है कि उसके शरीर में सभी जरूरी पोषक तत्व सही मात्रा में मौजूद हो। इन पोषक तत्वों में से किसी एक की भी कमी से कई तरह के स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याएं पैदा होने लगती हैं। पोषक तत्वों की कमी की वजह से होने वाली बीमारियों को डेफिशिएंसी डिजीज कहते हैं। हालांकि, हर पोषक तत्व की कमी के अलग लक्षण होते हैं, जिनकी वजह से रोजमर्रा का जीवन काफी प्रभावित होता है।

पोषक तत्वों की कमी की वजह से होने वाली परेशानियों में एक समस्या नींद की भी है। अगर आप भी ऐसा महसूस कर रहे हैं कि पूरी नींद लेने के बाद भी आप थके हुए हैं या नींद आती रहती है, तो हो सकता है कि आपके शरीर में कुछ जरूरी विटामिन्स की कमी हो गई है। आज इस आर्टिकल में हम उन्हीं विटामिन की कमी के बारे में बताने वाले हैं। आइए जानते हैं किन विटामिन्स की कमी की वजह से आपको हमेशा थकान महसूस होती रहती है।

बहुत अधिक नींद आने की समस्या के पीछे की मुख्य वजह है विटामिन डी और विटामिन-बी12 की शरीर में कमी। इसके अलावा, आयरन और पोटेशियम की कमी भी बहुत अधिक नींद आने की समस्या को पैदा कर सकती है, लेकिन आमतौर पर इन विटामिन की कमी के कारण थकान का या ज्यादा नींद आने का एहसास होता है।

विटामिन-डी

अनेकों रिसर्च में यह पाया गया है कि विटामिन-डी की कमी से बहुत अधिक नींद आने की समस्या पैदा हो सकती है। इतना ही नहीं, विटामिन-डी की कमी से हर समय कमजोरी, थकान और आलस महसूस होता रहता है। विटामिन-डी को सन शाइन विटामिन भी कहा जाता है। इसकी कमी की वजह से डिप्रेशन की समस्या भी हो सकती है। विटामिन-डी हमारे शरीर में कैल्शियम और फास्फोरस को अब्जॉर्ब करने में भी मदद करता है।

इसके कारण कमजोर हड्डियां, मांसपेशियों में दर्द, मेटाबॉलिज्म धीमा होना और साथ ही इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो सकता है। इसकी कमी को पूरा करने के लिए धूप में समय बिताएं, जो विटामिन-डी को पूरा करने का प्रमुख स्त्रोत है। इसके अलावा, विटामिन-डी से युक्त फूड्स, जैसे- मशरूम, साल्मन आदि को डाइट में शामिल करें।

विटामिन-बी12

विटामिन-बी12 हमारे शरीर के लिए काफी मददगार होता है। इसकी कमी की वजह से ज्यादा थकान और नींद आने की समस्या पैदा हो सकती है। विटामिन-डी की कमी की वजह से न्यूरोलॉजिकल समस्याएं, कमजोर मांसपेशियां, चिड़चिड़ापन, धड़कने तेज होना जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। विटामिन-बी12 की कमी को दूर करने के लिए डाइट में अंडे, मछली, मीट, दूध, नट्स आदि को शामिल करें।