बिलासपुर । पुलिस ने लूट के तीन मामलों में गिरोह के सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चोरी के दूसरे मामलों की जांच के दौरान पूछताछ में इसका खुलासा हुआ। गिरोह ने सराफा व्यापारी के साथ ही फोटोग्राफर से भी लूटपाट की थी। इस घटना में फोटोग्राफर का दोस्त ही लुटेरों का सहयोगी निकला, जिसने लुटेरे साथियों को फोन से बुलाया था। उनके पास से पुलिस ने सोने-चांदी के गहनों के साथ ही कैमरा समेत पांच लाख का माल भी बरामद किया है।
एडिशनल स्क्क सिटी उमेश कश्यप ने बताया कि सूचना मिली थी कि कोटा क्षेत्र के बेलगहना निवासी आकाश श्रीवास चोरी के गहने बेचने के फिराक में है। इस पर उसे पकड़ लिया और पूछताछ की गई। उसने अपने साथियों के नाम बताए और तीन अलग-अलग जगहों में लूटपाट करने की जानकारी दी। आरोपियों ने गोंड़पारा निवासी सराफा व्यापारी विक्की सोनी से 29 जनवरी को शनिचरी रपटा के पास गहनों से भरा थैला लूटकर ले गए थे। पुलिस ने उसके बताए अनुसार गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
गिरोह में शामिल थे ये आरोपी
आकाश श्रीवास निवासी बेलगहना, शहजाद निवासी बेलगहना (फरार), विवेक साहनी निवासी कोटा, चंदन तिवारी निवासी कोरबा, विकास यादव निवासी कोरबा, लक्की सोल्कर निवासी कोरबा शामिल हैं। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि गिरोह के सदस्य लूटे हुए गहने व अन्य सामान को विनोबा नगर के अभिजीत वैद्य निवासी विनोबा नगर, बेलगहना के हरीश राठौर को रखा था, जो उनसे चेारी का माल खरीदते और दूसरी जगह बेच देते थे। पुलिस ने इन दोनों खरीदारों को भी गिरफ्तार किया है।
लूटेरों का साथी निकला फोटोग्राफर
तिफरा में रहने वाले फोटोग्राफर संदीप चौधरी से तीन दिन पहले सकरी क्षेत्र में लूटपाट हुई थी। वह अपने दोस्त लक्की सोलकर के साथ तखतपुर से लौट रहा था। तभी दो बाइक में सवार चार नकाबपोश युवकों ने बाइक से गिराकर कैमरा और बैग लूट लिए। पुलिस ने जब आकाश श्रीवास और उसके साथियों को पकड़ा, तब पूछताछ में पता चला कि संदीप चौधरी का दोस्त लक्की सोलकर का नाम सामने आया। उसने तखतपुर से निकलते समय उन्हें अपना लोकेशन बताया था। संदीप को इसकी भनक भी नहीं थी।