नई दिल्ली। सत्र 2024-25 में नए मेडिकल कॉलेज खोलने के साथ ही एमबीबीएस की सीटों में भी बढ़ोतरी होगी। सीटों में संख्या कितनी होगी   अभी इस बारे में जानकारी नहीं मिली है। अभी असेसमेंट प्रोसेस चल रहा है। नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) को नए मेडिकल कॉलेज के लिए 112 और एमबीबीएस की सीटें बढ़ाने के लिए 58 ऑनलाइन आवेदन मिले हैं, जिनकी जांच प्रक्रिया चल रही है।
एनएमसी की अंडरग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड की अध्यक्ष का कहना है कि 2024-25 में एमबीबीएस की कितनी सीटें बढ़ेंगी, इसको लेकर कोई टारगेट फिक्स नहीं  है।  उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा जोर इस बात पर होगा कि छात्रों को अच्छी शिक्षा मिले। इसको लेकर सभी जरूरी कोशिश की जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि धीरे-धीरे कॉलेजों में इंस्पेक्शन की प्रक्रिया को कम किया जाएगा और ऑनलाइन प्रक्रिया को फॉलो किया जाएगा। नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल होगा, जिनमें एआई टूल भी शामिल है।
विशेषज्ञों का मानना है कि कि अभी एमबीबीएस की 1.08 लाख सीटें हैं और इनमें 40 हजार सीटों तक का और इजाफा हो सकता है। देश में एमबीबीएस सीटों को डेढ़ लाख तक बढ़ाया जा सकता है। सीटें बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है लेकिन एनएमसी का लक्ष्य केवल सीटें बढ़ाना नहीं है बल्कि छात्रों को बेहतर से बेहतर मेडिकल एजुकेशन देना भी है। कॉलेजों की रेटिंग का लक्ष्य भी यही है। बताया जा रहा है कि एनएमसी कॉलेजों में इंफ्रास्ट्रक्चर समेत सभी जरूरी सुविधाओं को लेकर बारीकी से जांच करेगा और उसके बाद ही मंजूरी दी जाएगी। विशेषज्ञ कहते हैं कि जिन कॉलेजों में छात्रों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल पा रही है, उसको लेकर एनएमसी को कड़े कदम उठाने होंगे।
बता दें 2013-14 में देश में 387 मेडिकल कॉलेज थे, जो अब बढ़कर 706 हो गए हैं, वहीं एमबीबीएस सीटों की संख्या भी 51,348 से बढ़कर 1,08,198 हो गई है। वहीं पीजी सीट भी इस दौरान 31,185 से बढ़कर 69,457 हो गई हैं। एनएमसी के पास नए मेडिकल कॉलेज खोलने और एमबीबीएस सीटों को बढ़ाने के आवेदन आए हैं। एनएमसी ने कॉलेजों में आधार आधारित बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम को अनिवार्य रूप से लागू कर दिया है।