नई दिल्ली । राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने सारण जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत होने की मीडिया रिपोर्टों का शुक्रवार को स्वत: संज्ञान लिया है। इस बीच दावा किया है कि जहरीली शराब के सेवन से अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि सारण जिले के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि बिहार में जहरीली शराब के सेवन से दो और लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 28 हो गई है। 
इस बीच विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया कि सरकार जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की कुल संख्या को छिपा रही है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा बिहार में शराबबंदी के बावजूद पुलिस अधिकारियों और राज्य प्रशासन के संरक्षण में जहरीली शराब की बिक्री खूब फल-फूल रही है। लेकिन मुख्यमंत्री चुप हैं वह आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। सारण की घटना राज्य सरकार द्वारा एक सामूहिक हत्या है और इसके लिए राज्य प्रशासन जिम्मेदार है।