स्किन केयर रूटीन का जब भी जिक्र होता है तो इसमे क्लींजिंग, टोनिंग और मॉइश्चराइजिंग करने की बात की जाती है। लेकिन अक्सर लड़कियां और लड़के स्किन केयर रूटीन में टोनिंग को छोड़ देते हैं। उन्हें लगता है कि ये स्किन के लिए जरूरी नही है। लेकिन त्वचा के लिए टोनिंग बेहद जरूरी है।

फेशियल टोनर : त्वचा के पोर्स कई बार खुल जाते हैं। जिनसे धूल-मिट्टी और गंदगी त्वचा के अंदर तक समा जाती है। इसे साफ करने के लिए केवल फेसवॉश काम नहीं करता है। इसलिए टोनर जरूरी है। ये त्वचा के ओपन पोर्स को बंद करता है और धूल-मिट्टी को अंदर जाने से रोकता है। चेहरे को बड़े ओपन पोर्स जब बंद होते हैं तो त्वचा कसी हुई दिखती है।

कील-मुंहासों को करें दूर : कील-मुंहासों के निकलने का कारण त्वचा पर जमा अतिरिक्त तेल और गंदगी होती है। अगर पोर्स खुले हैं तो गंदगी जमा होगी। जिसकी वजह से चेहरे पर कील-मुंहासे भी निगलेंगे। इसलिए टोनर को इस्तेमाल करने से त्वचा में कील-मुंहासे कम होने लगते हैं।

त्वचा को करता है हाईड्रेट : हाईड्रेट करने का मतलब पानी से हैं। मॉइश्चराइजर त्वचा को हाईड्रेट नहीं करता। जैसे पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहती है। उसी तरह से टोनर की मदद से चेहरे की त्वचा को भी हाईड्रेट किया जाता है। टोनर स्किन में नमी बनाकर रखता है। जिससे स्किन लंबे समय तक फ्रेश और जवां दिखती है।

चेहरे को करता है साफ : चेहरे पर जमा गंदगी और डेड स्किन को टोनर तुरंत साफ कर देता है। इसलिए फेस को वॉश करने के बाद टोनिंग की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही ये स्किन पर जमा अतिरिक्त तेल भी हटाता है। जिससे कील-मुंहासे निकलने लगते हैं। टोनर एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसे हर मौसम में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसलिए त्वचा के लिए टोनर बेहद जरूरी है इसे अनदेखा ना करें।