तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि उनके भाषणों ने देश की राजनीति में खलबली मचा दी है। देश के पहले प्रधानमंत्री दिवंगत जवाहरलाल नेहरू की प्रशंसा करते हुए स्टालिन ने कहा कि देश को धर्मनिरपेक्षता और समानता जैसे मूल्यों को बनाए रखने के लिए उनके और महात्मा गांधी जैसे नेताओं की जरूरत है।

डीएमके अध्यक्ष चेन्नई में तमिलनाडु कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए गोपन्ना द्वारा नेहरू पर लिखी गई पुस्तक 'ममानीथर नेहरू' का विमोचन करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। स्टालिन ने कहा कि नेहरू सच्चे लोकतंत्रवादी और संसदीय लोकतंत्र के प्रतीक थे। इसीलिए सभी लोकतांत्रिक ताकतें उनकी जय-जयकार करती हैं। केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आज भले ही महत्वपूर्ण मुद्दों पर संसद में चर्चा नहीं होने दी जा रही है, लेकिन नेहरू ने विरोधी विचारों को बढ़ावा दिया था। हमें अब नेहरू की याद आ रही है, यहां तक कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को भी बंद किया जा रहा है।

राहुल के भाषणों से देश में खलबली मच रही
उन्होंने कहा कि राहुल के भाषणों से देश में खलबली मच रही है। वह चुनावी राजनीति या दलगत राजनीति नहीं बल्कि विचारधारा की राजनीति कर रहे हैं। और इसीलिए कुछ लोगों द्वारा उनका पुरजोर विरोध किया जा रहा है। उनकी बातें कभी-कभी नेहरू जैसी होती हैं। नेहरू के उत्तराधिकारी ऐसी बात न करें तो ही आश्चर्य होगा। स्टालिन ने कहा कि गोडसे के वंशज महात्मा गांधी और नेहरू के उत्तराधिकारियों की बातचीत से केवल कड़वाहट महसूस करेंगे।