2075 तक दूनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी भारत की
नई दिल्ली । अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) जैसी दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित संस्था ने भी माना है कि आने वाला समय एशियाई देशों का होगा। जीडीपी के लिहाज से दुनिया के 2 सबसे बड़े देश एशिया से ही रहने वाले हैं। आईएमएफ ने अनुमान जताया है कि साल 2075 तक चीन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा, जबकि भारत दूसरे पायदान पर पहुंच जाएगा।
आईएमएफ की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, साल 2023 में भारत की जीडीपी 3.737 लाख करोड़ डॉलर की है, जो साल 2028 तक बढ़कर 5.5 लाख करोड़ डॉलर पहुंचेगी। इतना ही नहीं अगले 4 दशक में यानी साल 2075 तक भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार बढ़कर 52.5 लाख करोड़ डॉलर पहुंच सकता है। चीन मामले में भारत से बस थोड़ा आगे रहेगा। आईएमएफ के अनुसार, अभी चीन की जीडीपी 19.374 लाख करोड़ डॉलर है, जो 2028 तक 27.4 लाख करोड़ डॉलर और 2075 तक 57 लाख करोड़ डॉलर पहुंच सकती है।
आईएफएम ने कहा है कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था इस दौरान सुस्त पड़ जाएगी और अभी पहले स्थान पर होने के बावजूद वहां तीसरे पायदान पर पहुंच जाएगी। 2023 में अमेरिकी जीडीपी 26.855 लाख करोड़ डॉलर की है, जबकि 2028 तक यह 32.3 लाख करोड़ डॉलर और 2075 तक 51.5 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच सकती है।
आईएमएफ ने चौंकाने वाली बात कही हैं कि अभी तीसरे, चौथे, छठें और सातवें पायदान पर काबिज देश जीडीपी के मामले में पीछे छूट जाएगें। चौथे पायदान पर इंडोनेशिया पहुंच जाएगा। 2023 में इंडोनेशिया की जीडीपी 2 लाख करोड़ डॉलर की रहेगी, जो 2028 तक भी 2 लाख करोड़ तक ही सिमटी रहेगी, लेकिन 2075 तक यह 13.7 लाख करोड़ डॉलर पहुंच जाएगी। इसी तरह, नाइजीरिया की जीडीपी जो 2023 में महज 0.5 लाख करोड़ डॉलर की है और अभी काफी पीछे चल रही है, 2028 में 0.9 लाख करोड़ और 2075 तक 13.1 लाख करोड़ डॉलर के साथ 5वें पायदान पर पहुंच जाएगी।
ब्राजील जीडीपी के मामले में साल 2075 तक 8.7 लाख करोड़ डॉलर के साथ 6वें पायदान पर पहुंच जाएगा। 2028 में यह 2.7 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच सकती हैं, जो अभी 2.08 लाख करोड़ डॉलर है। जर्मनी की जीडीपी भी 2023 के 4.309 लाख करोड़ डॉलर से बढ़कर 2027 तक 8.1 लाख करोड़ डॉलर हो जाएगी और यह 7वें पायदान पर होगा। 2075 तक ब्रिटेन 8वीं बड़ी अर्थव्यवस्था रहेगा। 2023 में उसकी जीडीपी 3.159 लाख करोड़ डॉलर है, जो 2028 तक 4.2 लाख करोड़ और 2075 तक 7.6 लाख करोड़ डॉलर पहुंच जाएगी। वहीं जापान की अर्थव्यवस्था 9वें पायदान पर रहेगी। 10वें पायदान पर रूस और 11वें पर फ्रांस की जीडीपी होगी। रूस 2075 तक 6.9 लाख करोड़ डॉलर और फ्रांस 6.5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला देश होगा।